दिल्ली के लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट में कपड़ों की दुकान चलाने वाले कुलदीप सेवानी के लिए 43 हजार रुपये कुछ भी नहीं है। मगर मात्र 43 हजार रुपये के लिए उनके नौकर मुकेश ने उसका संसार ही खत्म कर दिया। आरोपी नौकर मुकेश ने रुचिका सेवानी से कुछ महीने पहले 43 हजार रुपये उधार लिए थे। साथ में उसने दो मोबाइल फोन भी लिए थे। पुलिस को ये पता नहीं है कि फोन उसने कैसे लिए। वह फोन चुराकर ले गया था या फिर रूचिका ने उसे दिए थे।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार मुकेश चार दिन से उनके यहां ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। इस बात पर मालकिन रुचिका ने उसे काफी डांट दिया था और उसे कहा था कि वह उससे पैसे लेकर रहेगी। इस बात पर मुकेश इस कदर नाराज हो गया कि उसने मालकिन रुचिका की हत्या करने की ठान ली। इसके लिए उसने अमर कॉलोनी से आरी में लगने वाला धारदार ब्लेड ले लिया था। साजिश के तहत वह बुधवार शाम सात बजे मालकिन के घर पहुंचा।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि जब वह घर में घुसा तो रुचिका ने उसे फिर डांट दिया था। इसके बाद उसने पहले मालकिन की हत्या की। पुलिस अधिकारियों के अनुसार उसने रूचिका की गर्दन करीब 80 फीसदी काट दी थी। गर्दन में सिर्फ हड्डी ही बिना कटी बची थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार बेटे की गर्दन उसे करीब 50 फीसदी काट दी थी। कुलदीप की बेटी भी है जो जम्मू कश्मीर में पढ़ती है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार वारदात के बाद वह पीड़ित परिवार के घर में काफी देर रहा। उसने बाथरूम में अपने हाथ-पैर और मुंह धोया। कपड़ों पर खून के धब्बे धोए। इसके बाद वह घर से निकल कर सीधे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गया था।
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