छत्तीसगढ़ में गिरफ़्तार तांत्रिक के.के. श्रीवास्तव की आज पेशी? लंबे समय से फ़रार तांत्रिक ने पुलिस के चंगुल से निकलने के लिए फूंका मंत्र…

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रायपुर : रायपुर की जिला अदालत में तांत्रिक के.के. श्रीवास्तव को लेकर घमागहमी है। कई महीनों से फ़रार चल रहे तांत्रिक को कल भोपाल से पुलिस ने गिरफ़्तार किया था। तांत्रिक श्रीवास्तव की कई फ़ोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। उन पर करोड़ों की ठगी का आरोप है। सीजी पुलिस लंबे समय से उनकी तलाश में जुटी थी। पुलिस ने गिरफ़्तार करने के बाद के.के. श्रीवास्तव को आज अदालत में पेश करने का फ़ैसला किया है।

सूत्रों के मुताबिक़ आरोपी की गिरफ़्तारी के बाद उसे रिमांड पर लेने की कवायद ज़ोरों पर है। इस मामले की विवेचना से कई और प्रकरणों के रहस्यों पर से भी पर्दा उठ सकता है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद क़रीबी लोगों में तांत्रिक श्रीवास्तव की गिनती होती थी। उनके एक बिलासपुर स्थित आश्रम में तंत्र क्रियाओं के मामले सुर्ख़ियों में रहे हैं।

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पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा उनकी क़रीबी निलंबित सचिव सौम्या शौरषिया से भी इस तांत्रिक का क़रीबी नाता रहा है। सूत्र तस्दीक करते हैं कि तांत्रिक श्रीवास्तव गांधी परिवार के भी क़रीबी बन गए थे। कई सार्वजनिक मौकों पर वह प्रियंका गांधी के क़रीब टोने-टोटके करते नज़र आए थे। तंत्र क्रियाओं से जुड़ी कई तस्वीरों और वीडियो में उनकी चर्चा कांग्रेस आलाकमान के तांत्रिक के रूप में की जाती थी। हालांकि ठगी की वारदात सामने आने के बाद कई राजनेताओं ने तांत्रिक श्रीवास्तव से पल्ला झाड़ लिया था।

रायपुर जिला अदालत में आरोपी तांत्रिक के द्वारा ज़मानत प्राप्त करने के प्रयास भी ज़ोरों पर बताए जा रहे हैं। सूत्र यह भी तस्दीक करते हैं कि बचाव पक्ष आरोपी तांत्रिक के समर्थन में कई कानूनी तर्कों के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है। अदालत में अभियोजन और बचाव पक्ष, दोनों ही अपने-अपने तर्कों के साथ उपस्थित होने वाले हैं। ऐसी जानकारी भी सामने आई है। फिलहाल अदालत परिसर में घमागहमी देखी जा रही है। यहाँ मीडिया का भी जमावड़ा लगा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक  छत्तीसगढ़ पुलिस और ईओडब्ल्यू ने भोपाल में बड़ी कार्रवाई की है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के करीबी केके श्रीवास्तव को भोपाल के एक होटल से पकड़ा है। श्रीवास्तव अफसरशाही से जुड़े करोड़ों के ठगी मामले में फरार था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। हर बार चकमा देकर फरार होने वाला आरोपी पकड़ा गया।

ठगने का है आरोप

भोपाल के निजी होटल में केके श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ छुपा हुआ था। जिसे ईओडब्ल्यू और रायपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया। उस पर आरोप है कि भूपेश बघेल की सरकार में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 500 करोड़ का ठेका दिलवाने के नाम पर दिल्ली की एक रावत एसोसिएट्स कंपनी से 15 करोड़ की ठगी की थी।

एफआईआर दर्ज होते ही फरार

जब पीड़ित को धोखे का पता चला तो उन्होंने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी। केके श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ रायपुर के तेलीबंध थाने में शिकायत दर्ज हुई। जैसे ही एफआईआर दर्ज हुई दोनों फरार हो गए। जिला कोर्ट और हाईकोर्ट से उनकी अग्रिम जमानत पहले ही खारिज हो चुकी थी।

श्रीवास्तव ने ऐसे की ठगी

बता दें कि दिल्ली की रावत एसोसिएट्स कंपनी हाईवे कंस्ट्रक्शन के साथ सरकारी ठेके निर्माण से जुड़े काम करती है। ऐसे में केके श्रीवास्तव की कंपनी के डायरेक्टर अशोक रावत की मुलाकात साल 2023 में हुई थी। आरोपी ने खुद को भूपेश बघेल का करीबी बताया और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम दिलाने का वादा। पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने उनसे 7 अलग अलग खातों में 15 करोड़ ट्रांसफर कराए। जब ठेका नहीं मिला तो पैसा लौटाने का वादा किया।

 

चेक बाउंस होते ही शिकायत

जब तय समय तक पैसा नहीं मिला तो अशोक रावत ने थाने में शिकायत की चेतावनी दी। इस पर श्रीवास्तव ने बेटे के खाते से 3.40 करोड़ का भुगतान किया। साथ में 3-3 करोड़ के 3 चेक दिए। ये चेक बैंक में बाउंस हो गए। इसके बाद अशोक रावत ने ईओडब्ल्यू में शिकायत की

फरारी के लिए बदलता रहा लोकेशन

शिकायत होने के बाद से ही श्रीवास्तव फरार हो गया। वह पिछले 10 महीने से पुलिस और जांच एजेंसियों को चकमा देता रहा। वह अपना फोन और लोकेशन बार बार बदल देता और देश के अलग अलग हिस्सों में रहकर छिपा था। लेकिन एजेंसियां भी तलाश में लगी रही। तभी ईओडब्ल्यू को भोपाल में छुपे होने की जानकारी मिली। ईओडब्ल्यू ने गोपनीय टीम को भोपाल भेजा और श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर देर रात रायपुर लेकर आई।

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